
यहां आपको बताते चलें की मस्जिद कावा ए सानी 658ईसवी की बनी हुई है जो लगता है कि सिरसी में सबसे पहले मस्जिद बनाई गई होगी इसमें भी आज ईद की नमाज अदा की गई इस मस्जिद में रमजान की नमाज ओर ईद की नमाज मौलाना हैदर अब्बास क़िब्ला अदा कराईमें
मस्जिद के मुतावली आली जनाब मौलाना शबाब हैदर नक़वी साहब के छोटे भाई मोमिन राजा ने बताया कि इस मस्जिद के बानी की क़बर भी इसी मस्जिद में मौजूद है और जब से ऐसी ही चली आ रही है सिरसी की तमाम मस्जिदों और ईदगाहों पर नमाज सुबह 8:30 बजे से शुरू हो कर सुबह 10:00 बजे तक चली नमाज बहुत खुशी से अदा की गई बच्चों में ज्यादा ही जोश खुशी दिखी lइस मस्जिद की खूबी यह है कि इस मस्जिद के राइट हैंड पर एक रास्ता है और लेफ्ट हैंड पर लाल वेद प्रकाश सरन जी का मकान है जब से इस मस्जिद में ईद की रमजान की नमाज पढ़ाई जाती है तभी से यह मस्जिद के मौलाना के लिए चंदा देते हैं और इस बार भी इन्होंने मौलाना जब हैदरअब्बास साहब के लिए चंदा दिया है सिरसी में देखा जाए तो यह गंगा जमुनी तहजीव मौजूद है और यहां पर आज तक कोई भी हिंदू मुस्लिम राइट नहीं हुआ है और हमारे यहां जितने भी हिंदू मुसलमान है एक दूसरे की तहवर पर मिल जुल कर मना ते हैं



